अब मत खोलना ❌ मेरी जिंदगी ???? की पुरानी किताबों ???? को,
जो था ???? वो मैं रहा नहीं, जो हूँ ???? वो किसी को ???? पता नहीं.
???????? वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज समझते रहे ;. ???????????????? नादां…
????तेरा नाम ही ये दिल रटता है, ना जाने तुम पे ये दिल क्यू मरता…
पूरे की ख्वाहिश में इंसान बहुत कुछ खोता है , भूल जाता है कि आधा…
????????क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे.. . मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले…
झूम????लूं तेरी ????ही बाँहों में एक ☝???? खुशी ????बनकर,???????????? जो मिल ????जाए तू…
*वक़ील की जिंदगी के भी अजीब फ़साने है* *यहां तीर भी चलाने है और परिंदे…