*वक़ील की जिंदगी के भी अजीब फ़साने है*
*यहां तीर भी चलाने है और परिंदे भी बचाने है।*
???????? वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज समझते रहे ;. ???????????????? नादां…
????तेरा नाम ही ये दिल रटता है, ना जाने तुम पे ये दिल क्यू मरता…
पूरे की ख्वाहिश में इंसान बहुत कुछ खोता है , भूल जाता है कि आधा…
????????क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे.. . मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले…
झूम????लूं तेरी ????ही बाँहों में एक ☝???? खुशी ????बनकर,???????????? जो मिल ????जाए तू…
*दिलो से खेलना मुझे भी आता है दोस्त ????लेकिन,* *जिस खेल ????में खिलौना टूट ????जाए,…