भारत एक ऐसा देश है जहां की कृषि मुख्य रूप से मानसून (बारिश) पर निर्भर करती है। कई बार बारिश ना होने से फसल चौपट हो जाती है। ऐसे में सिंचाई के अन्य साधन होना बहुत जरूरी होता है। पर यह भी सच है कि बहुत ही कम ऐसे किसान हैं जिनके पास अपना खुद का सिंचाई का साधन है।

ज्यादातर किसान बारिश पर ही निर्भर होते हैं। जिस साल बारिश नहीं होती है और सूखा पड़ जाता है किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है और वह गंभीर संकट में पड़ जाते हैं। इस समस्या से बचने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने सौर सुजला योजना शुरू की है। इससे किसान खुद ही पंप लगाकर अपने खेतों की सिंचाई कर सकेंगे।

Saur Sujala Yojana को छत्तीसगढ़ सरकार ने शुरू किया है। इसमें किसानों को 3HP और 5HP क्षमता वाले सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई पंप वितरित किए जाएंगे।

इस योजना से अगले 2 सालो में 51000 किसानो को लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ के जिन क्षेत्रों में अभी बिजली नहीं है, वहां पर इस योजना को प्राथमिकता दी जाएगी।

इस योजना के लिए प्राप्त आवेदन की जांच छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण CREDA (Chhattisgarh State Renewable Energy Development Agency) द्वारा की जाती है। वह ही यह पता करता है की आवेदक इस योजना के लिए पात्र है या नही।

सौर सुजल योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको इस योजना के लिए अप्लाई करना होगा | सौर सुजल योजना में अप्लाई करना काफी आसान है | कोई भी नगरिक साधारण इन्टरनेट की जानकारी रखने वाला नागरिक आवेदन कर सकता है |

सौर सुजल योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें?