अधिकांश लोग पढ़ लिखकर नौकरी करना चाहते हैं। इस पर भी वे ऐसा पद चाहते हैं, जिसकी समाज में प्रतिष्ठा हो। लोगों के बीच पूछ हो। बहुत से अभ्यर्थी ग्रेजुएशन के पश्चात पीसीएस, आईएएस आदि की परीक्षा में इसीलिए बैठते हैं। यह अलग बात है कि इनमें से कितने कामयाबी की नदी पार उतरते हैं।

समीक्षा अधिकारी का पद भी ऐसा है, जिसके लिए नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं में क्रेज होता है। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि समीक्षा अधिकारी क्या होता है?

समीक्षा अधिकारी का कार्य क्या होता है? समीक्षा अधिकारी बनने के लिए क्या क्या पात्रता होती है? समीक्षा अधिकारी कैसे चुना जाता है? आदि।

यदि आप भी समीक्षा अधिकारी बनना चाहते हैं तो फिर ये पोस्ट आपके ही लिए है। आपको यहां इस पद से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी।

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, एक समीक्षा अधिकारी (review officer) का कार्य समीक्षा करना होता है। वह क्लैरिकल ग्रेड (clerical grade) के कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा करता है।

विभाग में आए आधिकारिक पत्रों (official letter) को रिव्यू करता है। इन्हें रिव्यू आफिसर भी पुकारा जाता है।

किसी भी प्रदेश के सचिवालय (secretariat) के विभिन्न विभाग (department) होते हैं। इन विभागों के एक या अधिक अनुभाग (section) बनाए जाते हैं। इन्हीं में समीक्षा अधिकारी नियुक्त (appoint) किए जाते हैं।

किसी भी पद के लिए फाॅर्म भरने से पूर्व अभ्यर्थी यह जानने के लिए बेहद उत्सुक होता है कि अमुक पद पर यदि उसका चयन होता है तो वह कितने वेतन (salary) का हकदार होगा।

जहां तक समीक्षा अधिकारी (review officer) के पद की बात है तो सरकार की ओर से इस पद के लिए वेतन 9,300-34,800 रूपये निर्धारित किया गया है।

अब बाती है सबसे मेन बात। आखिर समीक्षा अधिकारी का चयन कैसे होता है। आपको जानकारी दे दें कि एक समीक्षा अधिकारी का चयन लोक सेवा आयोग (public service commission) द्वारा होता है।

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