Pradhan Mantri Rojgar Protsahan Yojana 2022 (PMRPY) केंद्र सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के द्वारा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की देखरेख में 9 अगस्त 2016 को शुरू किया गया था।

प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य देश में बेरोजगार नागरिकों के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना है। 2013 की आर्थिक जनगणना के अनुसार भारत में करीब 5 करोड़ 85 लाख छोटी बड़ी इकाइयां विद्यमान थी।

जिसमें 59.48% इकाइयां ग्रामीण क्षेत्रों से और 41.52 परसेंट इकाइयां शहरी क्षेत्रों से थी। इन इकाइयों में से गैर कृषि इकाइयों की संख्या कुल इकाइयों की संख्या का 77.7% है। जो लगभग 13 करोड़ 12 लाख 90 हजार लोगों को रोजगार देने में समर्थ है।

इन सब बातों का ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार ने नियोक्ता को प्रोत्साहित करने हेतु Pradhan Mantri Rojgar Protsahan Yojana 2022 (PMRPY) की शुरुआत की थी।

इस योजना के अंतर्गत सरकार नियोक्ता की ओर से रोजगार पेंशन योजना के रूप में 8.33% का भुगतान करेगी। इस योजना के लिए केंद्र सरकार द्वारा 1000 करोड़ रूपये की राशि का आवंटन किया गया है।

वित्तीय वर्ष 2016 – 17 का बजट पेश करते हुए संबंधित विभाग द्वारा Pradhan Mantri Rojgar Protsahan Yojana 2022 (PMRPY) के बारे में बताया गया।

स योजना में के बारे में कहा गया कि औपचारिक क्षेत्रों में नए रोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार उन सभी नए कर्मचारियों का 3 सालों तक EPF में जमा होने वाला पैसा 8.33 जमा करेगी।

प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना 2022 के अंतर्गत नए कर्मचारियों से मतलब ऐसे कर्मचारियों से है। जिनकी सैलरी ₹15000 अथवा इससे कम है।

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