हलके में मत लेना तुम सावले रंग को…
दूध से कही ज्यादा देखे है मैंने शौक़ीन चाय के…
पथ्थर समझ के हमें मत ठुकराओ ,
कल हम मंदिर में भी हो सकते हैं ????????????????????????
हलके में मत लेना तुम सावले रंग को…
दूध से कही ज्यादा देखे है मैंने शौक़ीन चाय के…
पथ्थर समझ के हमें मत ठुकराओ ,
कल हम मंदिर में भी हो सकते हैं ????????????????????????